Strait of Hormuz संकट का संभावित वैश्विक प्रभाव

By akhilesh Roy

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1. ऊर्जा कीमतों पर असर

  • Strait of Hormuz से प्रतिदिन लगभग 21 मिलियन बैरल कच्चा तेल गुजरता है, जो दुनिया की आपूर्ति का लगभग 20% है।
  • वर्तमान तनाव के कारण ब्रेंट क्रूड की कीमत 77 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चली गई है।
  • यदि Strait of Hormuz पूरी तरह से अवरुद्ध हो जाता है, तो तेल की कीमतें 100 से 150 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकती हैं।
  • इससे वैश्विक मुद्रास्फीति में भारी उछाल, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि और विकासशील देशों की आर्थिक सेहत पर दबाव पड़ सकता है।

2. शिपिंग रूट्स पर असर

  • Strait of Hormuz एशिया, यूरोप और अमेरिका के बीच तेल और LNG का सबसे अहम समुद्री मार्ग है।
  • ईरान के कदम से व्यापारिक शिपिंग लाइनों को लंबा रूट लेना पड़ सकता है, जिससे मालवाहन खर्च में वृद्धि और डिलीवरी में देरी होगी।
  • भारत, जापान, दक्षिण कोरिया जैसे देशों की ऊर्जा आपूर्ति गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती है।

3. क्षेत्रीय सुरक्षा योजना पर असर

  • अमेरिका और सहयोगी देशों ने पहले से ही Strait of Hormuz के आसपास नौसेना की गश्त और सुरक्षा बढ़ा दी है, जिनमें U.S. Fifth Fleet और यूरोपीय EMASoH मिशन शामिल हैं।
  • ईरान की तरफ से ड्रोन, सी माइंस, मिसाइल और साइबर हमलों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है जिससे यह संकट “पूर्ण युद्ध” में बदल सकता है।
  • यमन के ईरान समर्थित हूती गुट के शामिल होने की रिपोर्ट ने यह संघर्ष और भी व्यापक बना दिया है।

🧭 भविष्य की दिशा

  • राजनयिक प्रयास अभी भी संभव हैं, लेकिन अमेरिका और पश्चिमी देशों ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी प्रकार की बंदी या हमले को सैन्य प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा।
  • विश्लेषकों का मानना है कि ईरान पूर्ण रूप से Strait of Hormuz को बंद करने की बजाय सीमित और प्रतीकात्मक व्यवधान उत्पन्न कर सकता है ताकि वैश्विक प्रतिक्रिया से बचा जा सके।

निष्कर्ष

Strait of Hormuz संकट न केवल ईरान और अमेरिका के बीच का मसला है, बल्कि यह पूरी दुनिया की ऊर्जा सुरक्षा, व्यापारिक स्थिरता और भूराजनीतिक संतुलन को प्रभावित कर सकता है। यदि जल्द समाधान नहीं निकला, तो यह संकट आने वाले हफ्तों में दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं को झटका दे सकता है।

akhilesh Roy

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